इस अदभुत मंदिर में पुजारी नहीं, नाग करते हैं शिवलिंग की पूजा…

वैसे तो भगवान शंकर के पूरे विश्व भर में बहुत से मंदिर आदि हैं, जिनकी अपनी अलग-अलग मान्यताएं हैं। सावन के महीने में इन मंदिरों में भोले शंकर के भक्तों की भीड़ रोजाना से ज्यादा देखने को मिलती है। शिव जी के मंदिरों में लोगों को पूजा करते तो देखा जाना आम बात है लेकिन सांपों को मंदिर में पूजा करते शायद ही किसी ने देखा-सुना होगा। जी हां, सुनने में हैरान कर देने वाली यह बात सच है। उत्तर प्रदेश आगरा के पास स्थित गांव सलेमाबाद के एक प्राचीन शिव मंदिर में कोई पुजारी नहीं बल्कि नाग शिवलिंग की पूजा करते हैं।इस अदभुत मंदिर में पुजारी नहीं, नाग करते हैं शिवलिंग की पूजा...
इस मंदिर की इन्हीं दिलचस्प बातों के कारण यहां शिवरात्रि और सावन पर हजारों श्रद्धालु-पर्यटक माथा टेकने आते हैं। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए शिवरात्रि के अलावा अन्य दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इस प्राचीन मंदिर में शिव की पूजा करने के लिए एक नाग 15 वर्षों से रोज आता है। यह नाग रोज मंदिर में करीब 5 घंटे तक रुकता है और भगवान की पूजा करता है। वैज्ञानिक अभी तक इस नाग के यहां आने का कारण नहीं जान पाए हैं। अत: यह जिज्ञासा का विषय बना हुआ है।

नाग इस मंदिर में करीब 10 बजे आता है और दोपहर 3 बजे तक लौट जाता है। लोग यहां इस मंदिर और नाग के दर्शन करने आते हैं। श्रद्धालुओं को इस सांप से कोई भय नहीं लगता और न ही इसने कभी किसी को नुक्सान पहुंचाया।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है। इसी कारण श्रद्धालु शिवजी की पूजा करने के लिए यहां दूर-दूर से आते हैं। वैसे तो इस मंदिर में नाग के प्रवेश के बाद द्वार बंद कर दिए जाते हैं लेकिन फिर भी नाग के दर्शन करने के लिए लोग मंदिर के बाहर खड़े रहते हैं।

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