इन 5 गलतियों की वजह से आप हो सकते हैं एनीमिया के शिकार

खून में हीमोग्लोबिन या रेड ब्लड सेल्स की कमी को एनीमिया कहते हैं। एनीमिया आयरन की कमी से होने वाली एक ऐसी बीमारी है।  हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। कई बार शरीर रेड ब्लड सेल्स या हीमोग्लोबिन बना नहीं पाता और कई बार ज्यादा खून बह जाने से शरीर में इनकी कमी हो जाती है। आमतौर पर पुरुषों में 100 मिली ग्राम खून में 13.5 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन और महिलाओं में 100 मिली ग्राम खून में 12 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन हो तो इसे एनीमिया की स्थिति कहते हैं। आपकी कुछ आदतें आपको एनीमिया का शिकार बना सकती हैं इसलिए इन आदतों को आज ही छोड़ दें।इन 5 गलतियों की वजह से आप हो सकते हैं एनीमिया के शिकार

आयरनयुक्त आहार का सेवन न करना

अगर किसी व्‍यक्ति के शरीर में आयरन की कमी हो जाए, तो इससे उसे कई परेशानियां हो सकती हैं। दिन भर थकान और किसी काम में मन न लगना भी कहीं न कहीं इस बात का इशारा हो सकता है कि व्‍यक्ति के शरीर में पर्याप्‍त मात्रा में आयरन नहीं है। आयरन एनिमल सोर्स (चिकन, फिश) आदि से शरीर में आता है। उसकी उपलब्धता शरीर में अधिक होती है। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जो कि भोजन में मौजूद आयरन की शरीर में उपलब्धता बढ़ाते हैं, जैसे : फिश, चिकन, संतरा, स्ट्राबेरी, अँगूर सब्जियों में ब्रोकली, टमाटर, आलू, मिर्च आदि।

हरी सब्जियों का सेवन न करना

हरी पत्‍तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, ब्रोकली, पत्‍ता गोभी, धनिया और शलजम आयरन और फोलिक एसिड का बहुत अच्‍छा स्रोत है। खासतौर पर यह गर्भावस्था के दौरान शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। साथ ही इससे वजन तो कंट्रोल होता ही है और साथ में खून में भी तेजी से बढोतरी होती है। हरी पत्‍तेदार सब्‍जियों को खाने से पेट भी ठीक रहता है। एनीमिया से ग्रस्त लोग अपने सूप, रोटी, सांभर या करी में इन सब्जियों का उपयोग कर सकते हैं – यह शाकाहारी आहार में आयरन को बढ़ाने वाले सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।

चाय, कॉफी, कोल्डड्रिंक्स का अधिक सेवन

चाय, कॉफी, कोल्डड्रिंक्स का अधिक सेवन भी आपको एनीमिया का शिकार बना सकता है इसलिए इन पेय पदार्थों से दूर रहें। दरअसल इनके सेवन से शरीर में आयरन की कमी हो जाती है क्योंकि इनमें टैनीन नामक पदार्थ पाए जाते हैं जो शरीर में मौजूद आयरन को सोख लेते हैं। इसलिए इनका बहुत सीमित इस्तेमाल करें और अगर एनीमिया हो गया है तो बिल्कुल बंद कर दें।

विटामिन की कमी

विटामिन हमारे आहार के महत्वपूर्ण घटक हैं और शरीर को ठीक से काम करने के लिए विभिन्न विटामिनों की जरूरत होती है। इनमें विटामिन बी12 का महत्वपूर्ण स्थान है। इस विटामिन की लंबे समय तक कमी होने पर एनीमिया, थकान, स्मृति ह्रास, मिजाज बिगड़ना, चिड़चिड़ापन, झुनझुनी या हाथ-पैरों में अकड़न, दृष्टि दोष, मुंह के छालों, कब्ज, दस्त, मस्तिष्क संबंधी बीमारियां और बांझपन जैसी की समस्याएं प्रकट हो सकती हैं।

प्रेगनेंसी में होता है ज्यादा खतरा

गर्भावस्था के दौरान सबसे अधिक पाई जाने वाली समस्याओं में हीमोग्लोबिन की कमी सबसे अधिक होती है। गर्भावस्था में आयरन की कमी एनीमिया का कारण बन सकती हैं। आयरन की कमी जन्म लेने वाले शिशु में कमजोरी और एनीमिया का कारण बनती है। गर्भावस्था के दौरान आपको सामान्य से दोगुने यानी अतिरिक्त आयरन की आवश्यकता होती है ताकि आप तथा आपका शिशु स्वस्थ रहें। यदि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन के उत्पादन हेतु आयरन की पर्याप्त मात्रा नहीं है तो आपको एनीमिया हो सकता है।

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