आरक्षण ख़त्म हुआ तो देश भर में आन्दोलन : मायावती

maya (1)लखनऊ, 9 अक्टूबर. बसपा संस्थापक कांशीराम ने दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को अपने पैरों पर खड़ा करने की सबसे पहले कोशिश की थी. सारी ज़िन्दगी वह इसी काम में लगे रहे. नौ साल पहले कांशीराम जी अपने इस काम को अधूरा छोड़कर चले गए. उनके जाने के बाद से मैं उनके अधूरे काम को पूरा करने में लगी हूँ. यह बात आज लखनऊ में कांशीराम की नवीं पुण्य तिथि पर बसपा अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कही.

कांशीराम स्मृति स्थल पर मायावती ने कहा कि उनके काम में विरोधी पार्टियाँ रोड़े अटका रही हैं. उन्होंने कहा कि उनका एनआरएचएम घोटाले से कुछ लेना-देना नहीं है लेकिन उन्हें इसलिए फंसाया जा रहा है ताकि कांशीराम जी के मिशन को रोका जा सके.

उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने केन्द्र में भाजपा की सरकार बनाकर खुद प्रधानमंत्री बनने के लिए जनता को बरगलाया था कि उनकी पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी तो विदेशों में जमा काला धन वापस आएगा और देश के हर नागरिक के खाते में 15-15 लाख रूपये आयेंगे. सरकार बन जाने के बाद जनता को पता चला कि नरेन्द्र मोदी ने उन्हें धोखा दिया है.

मायावती ने भाजपा और संघ को चुनौती देते हुए कहा कि आरक्षण की समीक्षा के नाम पर अगर आरक्षण को ख़त्म करने की कोशिश की गई तो बहुजन समाज पार्टी पूरे देश में आन्दोलन छेड़ेगी. उन्होंने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह पूंजीपतियों और धन्ना सेठों को फायदा पहुंचाने में लगी है.

उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वह इस सरकार से सावधान रहे. इस सरकार की कारगुजारियों के खिलाफ पूरे देश में आन्दोलन चलाया जायेगा जिसका नेतृत्व वह खुद करेंगी. उन्होंने कहा कि बर्तमान सरकार में अल्पसंख्यक खासकर मुसलमान अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. मुम्बई में पकिस्तान के विश्व प्रसिद्ध गायक गुलाम अली के कार्यक्रम को रद्द कराने की निंदा करते हुए मायावती ने कहा कि उनकी सरकार बनेगी तो गुलाम अली को ससम्मान आमंत्रित कर उनका कार्यक्रम करेंगी.

महाराष्ट्र में रोजी रोटी के लिए जाने वाले उत्तर भारतीयों के साथ होने वाले अन्याय की भी उन्होंने जमकर निंदा की.

दादरी कांड पर नरेन्द्र मोदी के बयान को राजनीतिक और मुलायम के बयान को मामला टालने वाला बताया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब मुलायम सिंह की सरकार है तो फिर उन्हें बयानबाजी करने की क्या ज़रुरत है. उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक बात है कि नोयडा में अपनी ज़मीन बचाने के लिए गरीबों को अपने कपड़े उतारकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जनता तो 2017 के चुनाव का इंतज़ार कर रही है ताकि वर्तमान सरकार को उखाड़कर बसपा की सरकार बनाये.

सपा-भाजपा पर मिलजुलकर उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता का नंगा नाच खेलने का आरोप लगाया.मायावती ने कहा कि मुज़फ्फरनगर में मुसलमानों के साथ हुए अन्याय के बाद उन्हें न्याय देने के बजे यूपी सरकार आज़म खान को आगे कर मामले को यूएनओ ले जाने की बात कहकर मामले को टालना चाहती है. उन्होंने कहा कि इस मामले को यूएनओ ले जाने के बजाय यूपी सरकार को खुद हल करना चाहिए.
हिन्दुस्तान को हिन्दू राष्ट्र बनाने की कोशिशों पर मायावती ने कहा कि जब संविधान में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर ने धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की बात कही है तो भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात करना संविधान विरोधी है.

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