आप भी वास्तु के माध्यम से बीमारी को करें जड़ से खत्म

मानव जीवन में परेशानी का आना जाना तो निरंतर लगा ही रहता है। यह परेशानी किसी भी रूप में उसके जीवन में प्रवेश कर सकती है चाहे वह आर्थिक हो या फिर शारीरिक। शास्त्र की मानें तो मानव जीवन की हर परेशानी का अंत निश्चित है बस जरूरी है कि उसका सही समाधान निकालें। अगर आप या फिर आपके परिवार का कोई भी सदस्य किसी प्रकार की कोई बीमारी से ग्रसित है, तो यहां पर आज हम आपको वास्तुशास्त्र से सम्बधित कुछ ऐसे ही उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे अपनाने के बाद आप इस समस्या से भी छुटकारा पा लेगें।आप भी वास्तु के माध्यम से बीमारी को करें जड़ से खत्म

अगर कोई बच्चा रात को सोते समय घबराहट महसूस करता है, तो उसे सफेद चादर पर सुलाना चाहिए। अगर बच्चा रात में चौंक कर उठ जाता है, तो उसे तुलसी की जड़ की माला (तुलसी माला) पहना देनी चाहिए। अगर बच्चा बहुत ही शरारती हो, तो उसको नीले कपड़े नहीं पहनाएं। भयानक सपने आते हों, तो बिस्तर के नीचे (पलंग के नीचे सिरहाने की ओर) तांबे के लोटे में गंगा जल भर कर रखें।

सुबह बिना बोले तथा बिना पीछे देखे गुड़ लेकर रास्ते पर जाएं तथा किसी चौराहे पर पहुंच कर उस गुड़ को मुंह से तोड़ कर दोनों ओर (आगे-पीछे) फैंक कर वापस घर आकर एक गिलास ताजा पानी पी लेने से सिरदर्द दूर हो जाता है। 

अशोक के पत्तों अथवा आम, पीपल एवं कनेर के पत्तों को एक धागे से बांध कर उसका तोरण बना कर मकान के मुख्य द्वार पर लटकाने से घर में सुख व सम्पन्नता के साथ-साथ धन वृद्धि तथा मन की शांति प्राप्ति होती है।

दाहिने हाथ में (हथेली पर) कपूर रख कर ॐ नम: शिवाय का एक सौ आठ बार जाप करके कपूर को पानी में डालकर पी लेने से भयानक से भयानक दर्द समाप्त हो जाता है। मंत्र जप करते समय नजर कपूर पर ही टिकी रहनी चाहिए।

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