आज से होगी श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक…

श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के दिव्य मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा एवं भावी योजनाओं के क्रियान्वयन की रुपरेखा निर्धारण के लिए श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक सोमवार से होगी। इस बैठक को लेकर भवन निर्माण समिति चेयरमैन व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पूर्व सलाहकार नृपेन्द्र मिश्र देर शाम अयोध्या पहुंच गये। उन्होंने यहां पहुंचकर सबसे पहले हनुमानगढ़ी में माथा टेका और आराध्य की अनुमति लेकर रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई।

नृपेन्द्र मिश्र सोमवार की सुबह रामलला के दोबारा दर्शन के साथ मंदिर निर्माण स्थल का निरीक्षण करेंगे। पुनः रामजन्म भूमि परिसर में स्थित एलएण्डटी कार्यालय में समीक्षा बैठक करेंगे। इसके उपरांत दूसरे सत्र में निर्माणाधीन मंदिर में विराजित होने वाले रामलला के स्वरूप को लेकर पुणे के प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत की ओर बनाए भगवान के चित्रों को लेकर मंथन करेंगे। वहीं रामलला के विग्रह निर्माण के लिए लाई गई शिलाओं के संदर्भ में प्रसिद्ध शिल्पकारों की टीम की रिपोर्ट का अध्ययन कर बोर्ड आफ ट्रस्टीज के निर्णयार्थ भवन निर्माण समिति की संस्तुतियों पर विमर्श करेंगे। 

बताते चलें कि पिछले दिनों शिला चयन समिति के साथ मूर्तिकारों व शिल्पकारों की बैठक हुई थी। इस बैठक में रामलला के विग्रह के स्वरूप को लेकर चित्र कार कामत के रेखाचित्र पर कतिपय संशोधनों के साथ सहमति बन गई थी। वहीं शिलाओं के चयन को लेकर शिल्पकारों में मतैक्य नहीं दिखा। दक्षिण भारतीय शिल्पकारों की टीम कर्नाटक से लाई गईं कृष्ण शिला पर बल दे रहे थे तो राजस्थानी मूर्तिकारों की टीम मकराना मार्बल की शिला को महत्व दे रहे थे।

फिलहाल तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने उन्हें स्पष्ट कर दिया था कि मूर्तिकारों की टीम के सभी सदस्यों का एकमत होना अनिवार्य है और सभी की ओर से लिखित संस्तुति ही मान्य की जाएगी। इस बीच मूर्तिकारों की लिखित संस्तुति क्या है, यह रहस्य बना हुआ है। फिलहाल बैठक के निष्कर्ष से इसका खुलासा हो जाएगा।

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