आज रविपुष्य योग का महासंयोग, इन उपायों से मिलेगा लाभ

ज्योतिषशास्त्र में 27 नक्षत्रों में से 8 वें नक्षत्र पुष्य को नक्षत्रों का राजा माना गया है। इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह शनि हैं जो स्थायित्व के कारक माने जाते हैं और चन्द्रमा जिसे धन और सुख से संबंधित ग्रह माना जाता है वह पुष्य नक्षत्र के चारों चरणों में अपनी राशि कर्क में होते हैं। इसलिए पुष्य नक्षत्र को बहुत ही शुभ और सुख प्रदान करने वाला माना गया है।आज रविपुष्य योग का महासंयोग, इन उपायों से मिलेगा लाभ

ज्योतिषशास्त्र में पुष्य नक्षत्र का महत्व

पुष्य नक्षत्र का आकार गाय के थन के समान है जो इसकी शुभता का प्रमाण है। भगवान राम का जन्म भी इसी नक्षत्र में हुआ था इसलिए इसे धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत शुभ माना गया है। गुरुवार या रविवार के दिन जब पुष्य नक्षत्र होता है तब गुरु पुष्य और रवि पुष्य योग बनता है।

रविपुष्य योग का महत्व

इस बार 20 मई रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र होने से रविपुष्य योग का शुभ संयोग बन गया है। इस पर सोने पर सुहागा यह है कि इस योग के साथ सर्वार्थ सिद्ध योग भी बना हुआ है। इस योग को ज्योतिषशास्त्र में खरीदारी करने, सोना खरीदने, वाहन खरीदने और नया काम शुरू करने के लिए बहुत ही शुभ माना गया है। जो लोग प्रॉपर्टी खरीदना चाह रहे हैं उनके लिए भी यह योग बेहद शुभ रहेगा।

रविपुष्य योग में क्या करें

रविपुष्य योग के बारे में शास्त्रों में कहा गया है कि इस योग में तंत्र-मंत्र की साधना करने से साधना सफल होती है। बीमार व्यक्तियों का उपचार इस योग में शुरू करने पर स्वस्थ्य लाभ मिलता है। जन्मकुंडली में सूर्य की स्थिति अच्छी नहीं होने पर सूर्य की पूजा इस योग में करने पर सूर्य का दोष दूर होता है।

रविपुष्य योग में लाभ के लिए उपाय

  • ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रविपुष्य योग में विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से पाप कर्मों का प्रभाव कम होता है।
  • इस योग में लाल गाय को गुड़ और मीठी रोटी खिलाने से आर्थिक परेशानी दूर होती है।
  • किसी कार्य की सिद्धि के लिए रविपुष्य योग में भगवान के सामने घी का दीप जलाकर प्रार्थना करना शुभ फलदायी होता है। ऐसी मान्यताएं कहती हैं।
  • तांबे के बर्तन में लाल फूल, दूध, जल और लाल चंदन एवं सिंदूर डालकर सूर्य को जल देने से आरोग्य सुख मिलता है और शत्रुओं का भय दूर होता है।

इससे पहले रविपुष्य योग 22 अप्रैल को बना था और इसके बाद साल का अंतिम रविपुष्य योग 17 जून को बनेगा

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