आज करें ये अनोखा व्रत, रोग और कर्ज होंगे रफ्फूचक्कर

10 जुलाई, मंगलवार को भौम प्रदोष व्रत है। वैसे तो यह दिन भगवान शिव को समर्पित है लेकिन इस दिन देवी पार्वती की भी पूजा का विधान है। माना जाता है की यह व्रत हर तरह की बीमारी व कर्ज से छुटकारा दिलवाता है। प्रदोष व्रत के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं। शिवालय पर पंचामृत, बेल पत्र, चावल, फूल, धूप, दीप, फल, पान, सुपारी आदि अर्पित करें। पंचाक्षरी मंत्र‘ओम नम: शिवाय’ अथवा महामृत्युजंय मंत्र ‘ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टि वर्धनम, उर्वारुकमिव बन्धनात मृत्युर्मुक्षीय माम्रतात’ का जाप करें।आज करें ये अनोखा व्रत, रोग और कर्ज होंगे रफ्फूचक्कर

शाम को प्रदोष काल (शाम के समय) में संध्या-वंदना करने के बाद भगवान शिव के मंदिर में जाकर दीप दान करें। यह तिथि मंगलवार को आ रही है इसलिए हनुमान मंदिर में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस व्रत के प्रभाव से मंगल ग्रह से संबंधित सभी दोष शांत होते हैं।

विशेष पूजन विधि: शाम में शिवलिंग का विधिवत पूजन करें। गौघृत में सिंदूर मिलाकर दीपक जलाएं, गूगल धूप करें, लाल फूल चढ़ाएं। रक्त चंदन चढ़ाएं। गुड़ का भोग लगाएं तथा रुद्राक्ष की माला से इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद गुड़ किसी गरीब को दान दे दें।

पूजन मंत्र: ॐ भीमाय नमः शिवाय॥

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