आखिर क्या है लॉकडाउन, क्यों होता है इसका प्रयोग?

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां इस वायरस से प्रभावित मरीजों की संख्या 386 तक पहुंच गई है। ऐसे में कई शहरों में लाॅकडाउन की स्थिति पैदा हो गई है। भारत के अलावा चीन, इटली जैसे अन्य देशों में भी लाॅकडाउन जारी है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर लाॅकडाउन है क्या और इसका कानूनी प्रारूप क्या है और यह कब-कब किया जाता है?
गौरतलब है कि कोरोनावायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग ही इससे बचने का एकमात्र तरीका बताया जा रहा हैं। वही भारत सरकार भी लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने की अपील कर रही है। लिहाजा देश के सभी सिनेमा हॉल, स्कूल और मॉल बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।
क्या होता है लॉकडाउन?
लाॅकडाउन एक ऐसी आपातकालीन व्यवस्था है जो एपिडेमिक या किसी अन्य आपदा के दौरान सरकारी तौर पर लागू की जाती है। इस स्थिति में लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाती है। किसी विशेष परिस्थितियों या आपातकालीन सेवाओं में ही बाहर जाने की अनुमति मिलती है। इसके अलावा बैंक से पैसा निकालने के लिए भी बाहर जा सकते हैं।
बता दे कि लोगों को स्वास्थ्य या जोखिम से बचाने के लिए लाॅकडाउन लागू किया जाता है। मालूम हो वर्तमान में कोरोनावायरस के चलते कई देशों में लाॅकडाउन का ऐलान किया जा रहा है। वहीं भारत ने भी दिल्ली, बिहार, पंजाब, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में भी लाॅकडाउन का ऐलान किया गया है।

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