आखिर कैसे 90 मिनट के खेल ने इटली को मौत के हवाले कर दिया

स्पेशल डेस्क
कोरोना का सबसे पहला केस चीन में आया था। इसके बाद चीन में यह वायरस कहर बनकर टूटा और वहां पर लाशों का ढेर लग गया। इसके बाद कोरोना वायरस ने चीन के बाद दूसरे देशों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया।

चीन के बाद अगर किसी देश में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस का कहर टूटा है तो वो कोई इटली है। इटली में अब तक सात हजार से ज्यादा लोग मौत की नींद सो चुके हैं। अब सवाल यह है कि इटली कैसे कोरोना वायरस की चपेट में आया।
जानकारी के मुताबिक इस तबाही का सबसे बड़ा कारण है चैम्पियंस लीग। इटली के एक डॉक्टर ने दावा किया है कि चैंम्पियंस लीग के मुकाबले की वजह से यहां पर कोरोन वायरस ने लोगों को अपनी चपेट में लिया है।

माना जा रहा है कि चैम्पियंस लीग के दौरान 19 फरवरी को एक मुकाबला मिलान शहर के सैन सीरो स्टेडियम पर खेला गया था। यह मैच अटलांटा और वैलेंसिया के बीच खेला गया था।
इस मैच को देखने के लिए भारी भीड़ जुटी थी और करीब 40 से 50 हजार लोग इस मुकाबले को देखने पहुंचे थे लेकिन किसी को यह पता नहीं था कि आने वाले दिन इटली पर भारी पडऩे वाले हैं।
इसी मैच के बाद कोरोना वायरस ने इटली को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया था और लाशों का अंबार लग गया। इतना ही नहीं वैलेंसिया टीम के 35 फीसदी खिलाड़ी और स्टाफ भी कोरोनावायरस की चपेट में थे और कहा जा रहा है कि इसी मैच के इटली में कोरोना वायरस ने तेजी पांव पसारना शुरू कर दिया।

इस मुकाबले को जैविक बम भी कहा गया है। बताया तो यह भी जा रहा है कि जीत और हार के खेल में इटली इतना उत्साहित हो गया था कि खेल प्रेमी एक दूसरे को एक बार नहीं बल्कि चार बार एक दूसरे से गले मिले और कोरोना को फैलने में मदद कर डाली। कुल मिलाकर कोरोना वायरस को रोकने के लिए लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है।

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