आखिर कब आएगा लोहिया संस्थान की सुविधाओं में बदलाव

जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चर्चित अस्पताल डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान कोरोना काल में बार- बार चर्चा बटोर रहा है। समस्याओं की लिस्ट दिनों- दिन बढ़ती जा रही है और उनका निराकरण करने का नाम नहीं ले रहा है अस्पताल प्रशासन, जिससे आये दिन डॉक्टर से लेकर कर्मचारी तक प्रदर्शन को मजबूर है।
बीते दिनों लोहिया बचाओ मोर्चा के उपाध्यक्ष प्रशासन अनिल चौधरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश कुमार श्रीवास्तव और नारायणी सिंह की उपस्थिति में हॉस्पिटल ब्लॉक की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा कर निदेशक प्रोफेसर नूजहत हुसेन को अवगत कराया, लेकिन अब तक इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ है।
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मोर्चा सदस्यों ने निदेशक को बताया कि नर्सिंग स्टाफ की कमी और संस्थान संवर्ग के कर्मचारियों तथा हॉस्पिटल ब्लॉक के कर्मचारियों के बीच काम करने में आ रही समस्याओं के संबंध में एक ज्ञापन भी दिया।

जिसमे बताया गया इमरजेंसी की होल्डिंग एरिया में आए दिन जूनियर डाक्टरों तथा सीनियर डाक्टरों के द्वारा अमर्यादित क्रियाकलापों के बारे में इमरजेंसी में भर्ती होने वाले मरीजों को अच्छी सुविधा मिल सके। इसके बारे में हॉस्पिटल के इलाज कराने के बाद डिस्चार्ज हुए मरीजों के फाइलों के रखरखाव के बारे में।
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साथ ही यूनिफॉर्म एलाउंस के बारे में होल्डिंग एरिया में सिस्टर इंचार्ज को कमरा दिए जाने के संबंध में। मेन स्टोर से दवाओं को समय से ना मिलने के संबंध में वार्ड बॉय तथा सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में फेस शिल्ड।
एक्सरे विभाग के डिजिटल x-ray मशीन, जिसकी सेटिंग करने में 15 से 20 मिनट का समय लगता है, जिससे मरीजों को बहुत परेशानी होती है उसके संबंध में होल्डिंग एरिया में वर्दीधारी गार्ड लगाए जाने के संबंध में। जिस वार्ड में संस्थान का नर्सिंग इंचार्ज बनाया जाएगा, उस वार्ड के अन्य स्टाफ की भी व्यवस्था संस्थान द्वारा किया जाए।
फार्मासिस्ट की ड्यूटी सीनियारिटी के हिसाब से लगाया जाए। फिजियोथेरेपी यूनिट में में गिर रहे पानी को ठीक कराया जाए जैसी तमाम समस्याओं से निदेशक को अवगत कराया गया, लेकिन संस्थान की तरफ से अबतक कोई एक्शन नहीं लिए जाने से रोष व्याप्त है।
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