अमेरिका में कोरोना से दो लाख मौत की बात क्यों कही जा रही है?

न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस पूरी दुनिया को कितना नुकसान पहुंचायेगी इसका आंकलन कर पाना मुश्किल है। चीन के वुहान में जब कोरोना से मौते हो रही थी तब अमेरिका, इटली और स्पेन जैसे देशों ने कल्पना नहीं की थी कि उनके देश में चीन से बुरे हालात हो जायेंगे। आज अमेरिका कोरोना के सामने बेवश, लाचार नजर आ रहा है। वह अपने लोगों को संक्रमण और मरने से बचाने के लिए तमाम जतन कर रहा है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है।
जिस तरह से अमेरिका में कोविड-19 के संक्रमित मरीजों के आंकड़ों में तेजी से इजाफा हो रहा, उसने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना वायरस से संक्रमण का प्रकोप अमेरिका के लिए भयावह साबित हो सकता है। अमेरिकी प्रशासन ने देश में इस महामारी के कारण एक से दो लाख लोगों के मरने की आशंका जताई है।
अमेरिका के जाने-माने संक्रामक बीमारी विशेषज्ञ डॉक्टर एंथोनी फाउची ने कहा है कि अमरीका में कोरोना वायरस के संक्रमण से एक से दो लाख लोगों की जान जा सकती है।
दरअसल डॉ एंथोनी ने अमरीका में जिस गति से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है उसके आधार पर ये बात कही है। एंथोनी, राष्टï्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कोरोना वायरस को लेकर जो टास्क फोर्स बनाया है, वह उसके सदस्य भी हैं।
फाउची ने ये बात सीएनएन से कही है। अमरीका में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दुनिया भर में सबसे ज़्यादा हो गई है। यहां एक लाख 25 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और 2200 लोगों की मौत हुई है।

अमरीका के पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट का भी कहना है कि देश के हिस्सों में कोरना वायरस के संक्रमण के ऐसे मामले भी हैं जिन्हें दर्ज नहीं किया जा सका है।
वहीं सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार अमरीका में 2010 से हर साल सीजनल फ्लू से 12 हजार से 61 हजार के बीच लोगों की जान जा रही है।
कोरोना वायरस से होने वाली मौत की दर फ्लू से बहुत ज़्यादा है। बुज़ुर्गों की आबादी में कोरोना वायरस से मरने की दर फ्लू की तुलना में छह गुना ज़्यादा है। इस खतरे को देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल डिस्टेंसिंग की समय सीमा 30 अप्रैल तक बढ़ा दी है।
सोशल डिस्टेंसिंग या सामाजिक दूरी के तहत आपस में लोगों को दूरी बनानी होती है, ताकि संक्रामक बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हम अपनी गाइडलालंस को 30 अप्रैल तक बढ़ाने जा रहे हैं, ताकि इस वायरस के फैलाव को धीमा किया जा सके।” साथ ही ट्रंप ने कहा कि मंगलवार को वह अपनी इस योजना को अंतिम रूप दे देंगे और अमेरिकी लोगों के लिए जरूरी तमाम चीजों और नीतियों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

मालूम हो कि ट्रंप प्रशासन ने 16 मार्च से अपने देश में सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा-निर्देश जारी किये थे, ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। ट्रंप ने कहा, “मॉडलिंग के अनुमान के मुताबिक दो हफ्ते में मृत्यु दर के चरम पर पहुंचने की संभावना है।”
अपनेदेशवासियों को भरोसा दिलाते हुए ट्रंप ने उम्मीद जताई कि अमेरिका में 1 जून तक सब ठीक हो जाएगा। होप्किंस कोरोना वायरस ट्रैकर के मुताबिक अमेरिका में एक लाख 42 हजार से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि देश में अब तक 2,484 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में न्यूयार्क सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। यहां 24 घंटे में संक्रमण के 7,200 नए मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 59 हजार से ज्यादा हो गई है। इनमें अकेले न्यूयॉर्क शहर में 33,768 मामले हैं। न्यूयॉर्क शहर में एक मार्च को कोविड-19 का पहला मामला सामने आया था। ईरान से लौटे एक स्वास्थ्यकर्मी में कोविड-19 की पुष्टि हुई थी।

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