अब इस रेलवे स्टेशन का भी नाम होगा बनारस

जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के अनुरोध को केंद्र सरकार को मंजूरी मिल गयी है। अब इस रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस रखा जाएगा। इस मामलें में प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि यूपी के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘बनारस’ करने की मंजूरी नरेन्द्र मोदी सरकार ने दे दी है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने वाराणसी जिले में रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए आग्रह भेजा था। इसके लिए मार्च में ही यूपी सरकार ने मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘बनारस’ करने के लिए एक एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी कर दी थी।
इससे पहले पिछले साल पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए पत्र लिखा था। फिलहाल सिन्हा अब जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल नियुक्त किए जा चुके हैं।

वर्तमान दिशा-निर्देशों के अनुसार गृह मंत्रालय नाम बदलने के लिए संबंधित एजेंसियों से विचार-विमर्श करता है। गृह मंत्रालय किसी भी स्थान का नाम बदलने के प्रस्ताव को रेल मंत्रालय, डाक विभाग और सर्वे ऑफ इंडिया से अनापत्ति प्रमाण पत्र यानी एनओसी लेने के बाद ही मंजूरी देता है।
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दरअसल, किसी जगह का नाम बदलने के लिए शासकीय आदेश की जरूरत पड़ती है और इसके लिए गृह मंत्रालय नोडल मंत्रालय होता है।ऐसे में यदि कोई राज्य, जिले या रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के बारे में सोचता है तो उसे अपना अनुरोध केंद्र सरकार के कई विभागों और एजेंसियों जैसे कि इंटेलिजेंस ब्यूरो, डाक विभाग, भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण और रेलवे मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजना होता है।
इसक बाद जब इन सभी विभागों से एनओसी मिल जाती है तो इसके बाद गृह मंत्रालय नाम बदलने को मंजूरी दे सकता है। इसके अलावा किसी राज्य के नाम में बदलाव के लिए संसद में साधारण बहुमत से संविधान में संशोधन की जरूरत पड़ती है।
 इनके नाम बदल चुके यूपी सीएम
साल 2017 में सत्ता में आने के तुरंत बाद, प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय को भारतीय जनसंघ के विचारक दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए अनुरोध किया था। इसके बाद केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद इस स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल स्टेशन रखा गया है। साथ ही इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया था।

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