अफ्रीका में इडाई चक्रवात के कहर से 700 लोगों की हुई मौत, खतरा अब भी बरकरार

उष्णकटिबंधीय चक्रवात इडाई के कारण अफ्रीका में मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मोजांबिक में मृतकों की संख्या 242 से बढ़कर 417 पहुंच गई है। वहीं मोजांबिक, जिम्बाब्वे और मलावी में मौत का कुल आंकड़ा 700 से भी ऊपर पहुंच गया है। माना जा रहा है कि ये संख्या और भी बढ़ेगी।अफ्रीका में इडाई चक्रवात के कहर से 700 लोगों की हुई मौत, खतरा अब भी बरकरार

इस तूफान के कारण जिम्बाब्वे में 259 लोगों की मौत हुई है, वहीं तूफान के चलते आई तेज बारिश के कारण मलावी में 56 लोगों की मौत हुई है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि अधिकारी बाढ़ का पानी कम होने के बाद ही नुकसान कितना हुआ है ये पता कर पाएंगे।

संयुक्त राष्ट्र का को-ऑर्डिनेशन ऑफ ह्युमेनिटेरियन अफेयर्स (ओसीएचए) ने शनिवार को कहा कि बुजी और जमबेजी नदियां बांध टूटने के डर से खतरे में हैं। 

बाढ़ के पानी में हजारों लोग फंसे हुए हैं। मोजांबिक सरकार के कई राहत केंद्रों ने केवल खाने की सप्लाई करना ही शुरू किया है। उत्तरी अफ्रीका में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। लोगों को बिना बिजली और पानी के रहना पड़ रहा है। कई इलाके तो ऐसे हैं जहां घरों में भी पानी भर गया है, कई इलाकों की सड़कें ही बाढ़ के कारण बर्बाद हो चुकी हैं।

सेंट्रल मोजांबिक के बेइरा में शुक्रवार को हैजा के कई मामले सामने आए। इंरनेशनल फेडेरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रेसेंट सोसाइटीज (आईएफआरसी) ने मलेरिया में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए अधिक खतरे की चेतावनी दी है।

चक्रवात इडाई के कराण बेइरा के पास भूस्खलन भी हुआ। इस इलाके में 5 लाख लोग रहते हैं। 14 मार्च को यहां 177 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। राहत एवं बचाव कार्य में लगे लोग राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं लेकिन हालात काफी खराब हैं। कई इलाके तो ऐसे हैं जहां पहुंच पाना संभव नहीं हो पा रहा है।

मोजांबिक के करीब 90 हजार लोगों को अस्थायी आश्रय में रहना पड़ रहा है। वहीं हजारों लोग अभी भी बाढ़ में फंसे हुए हैं। यहां के लोगों का कहना है कि उन्हें बड़ी प्राकृतिक आपदा में रहना पड़ रहा है, ऐसी आपदा जो बड़ी आपदाओं के जैसी है।

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