अचानक बढ़ा घाघरा का जलस्तर, बजी खतरे की घंटी

घाघरा को लेकर जानकार बाढ़ पीड़ितों द्वारा लगायी जा रही अटकलें एक बार फिर सही साबित होती दिखायी दे रही है। बुधवार को शाम एक बार फिर घाघरा लाल निशान को पार कर बाढ़ क्षेत्र में पानी को लौटानें के लिए बेताब है।

अचानक बढ़ा घाघरा का जलस्तर, बजी खतरे की घंटी

घाघरा के जलस्तर से बाढ़ प्रभावित गांवों को फिर से प्रभावित करने की संभवना प्रबल हो चली है। तो वहीं बढ़ते जलस्तर से बांध के कटान वाले हिस्सों से धीरे-धीरे चल रहा पानी अब पुनः गति पकड़ने लगा है।

जिससे बाढ पीडितों में फिर से हड़कम्प है तो वहीं प्रशासन व सिंचाई विभाग सुस्त नजर आ रहा है। अगर जलस्तर बढ़ने की रफ्तार में ब्रेक न लगा तो आने वाले घंटो में बाढ़ का पानी करीब आधा दर्जन गांवो को पुनः प्रभावित कर सकता है।

बांध पर मौजूद एक्सईएन विश्वनाथ शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को दोपहर बाद बैराजों से छोड़ा गया दो लाख क्यूसेक पानी से ये समस्या आ खड़ी हुई है। मंगलवार को घाघरा का जलस्तर 105.906 था तो बुधवार को नदी का जलस्तर बढकर 106.046 तथा डिस्चार्ज 1 लाख 68 हजार 441 दर्ज किया गया।

कटान हुई तेज होने से अधिकारियों में हड़कम्प

पल पल रूख बदलती घाघरा ने तो जैसे एल्गिन-चरसड़ी बांध को निशाना बनाने की ठान ही ली हो। तभी तो बुधवार को रिंगबांध सहित दोनों कटों में घाघरा की कटान तेज हो गई ।

अब बांध के अवशेष हिस्से को बचाने की जददोजहद भी तेज कर दी गई है। वायर कैरेट व लोहे के तार, बालू भरी बोरियां, ब्रिक रोरा को बांध बचाने के लिए लगातार इस्तेमाल किया जा रहा है। घटते-बढ़ते जलस्तर से नदी ने बांध में कटान शुरु कर दिया है। अब तक लगायी गयी सारी जिओटयूब नदी में समा चुकी है। अब घाघरा की धारा का रूख सीधे बांध से सट कर चल रहा है।

जिससे बांध में भी कटान तेज हो गयी है। । वहीं बांध में कटान होने से लगातार दायरा बढ रहा है। मंगलवार से बुधवार तक कटवन का करीब 15 मीटर एंव कट-टू का करीब 10 मीटर हिस्सा तथा रिंग बांध का करीब 8 मीटर हिस्सा नदी में कट कर समा गया।

घाघरा नदी का जल स्तर कभी तेजी से घटता है तो कभी अचानक पानी बढता है। जिससे घाघरा की कटान बांध में तेज हो गई है। बांध के कट-वन एंव टू को बचाने के लिए लगाई गई 20-20 मीटर की चार जिओ टयूब पहले ही नदी में समा चुकी है। जिससे अब सीधे बांध के हिस्से में कटान तेज हो गई है। कट-वन में करीब 15 मीटर तो कट-टू में करीब 100 मीटर हिस्से में तेज कटान चल रही है।

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