अगर बना रहे हैं ऐसे शारीरिक संबंध तो हो सकता हैं आपके घर भी किन्नर

१.सेक्स ऐसी प्रक्रिया है जिसका नाम सुनते ही दुनिया में सभी के दिमाग में खुराफाती कीड़ा जग जाता हैl लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी होता है कि अगर आप उस समय सेक्स करेंगे तो आपको किन्नर पैदा होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैंl ऐसा हम खुद नहीं बोल रहे बल्कि हिन्दू धर्म से जुड़े कुछ उपनिषदों में ऐसा लिखा हुआ हैlसेक्स ऐसी प्रक्रिया है जिसका नाम सुनते ही दुनिया में सभी के दिमाग में खुराफाती कीड़ा जग जाता हैl लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी होता है कि अगर आप उस समय सेक्स करेंगे तो आपको किन्नर पैदा होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैंl ऐसा हम खुद नहीं बोल रहे बल्कि हिन्दू धर्म से जुड़े कुछ उपनिषदों में ऐसा लिखा हुआ हैl  जी हाँ हिन्दू धर्म के अनुसार गर्भ उपनिषद में स्त्री-पुरुष के संबंध बनाने से लेकर किस प्रकार से मां के गर्भ में शिशु का जन्म होता है, कैसे वह समय के साथ विकसित होता है और गर्भ के भीतर 9 महीने तक वह क्या सोचता है, इसके बारे में बताया गया हैl  सावधान! भूलकर भी ऐसे न बनाएं शारीरिक संबंध नहीं तो आपके घर जन्म लेगा किन्नर…  उस खास रात को लड़कियां पहनें ये 4 ड्रेस तो अाप अपना आपा खोने पर हो जाएंगे मजबूर  आज हम आपको ‘गर्भ संस्कार’ में दिए गए कुछ निर्देशों के बारे में बताएंगेl ये ऐसे निर्देश हैं जो बताते हैं कि पति-पत्नी को किस दिन शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिएl आपको बता दें कि महान ग्रंथ गर्भ उपनिषद में यहां तक बताया गया है कि किस प्रकार शारीरिक संबंध बनाने से एक किन्नर की उत्पत्ति होती हैl किन हालातों में मां के गर्भ से एक किन्नर का जन्म होता है, इस बात के रहस्य को गर्भ उपनिषद में उजागर किया गया हैl  मंगलवार का दिन संतान प्राप्ति के लिए माना गया है बेहद अशुभ  आज हम आपको बतायेगे कि यदि पति-पत्नी संतान प्राप्ति के लिए संभोग कर रहे हैं, तो उन्हें किन दिनों एक-दूसरे से दूर रहते हुए सेक्स करने से परहेज करना चाहिए, इसके बारे में गर्भ संस्कार में पूरी जानकारी विस्तार में प्रदान की गई हैl इतना ही नहीं गर्भ संस्कार के अनुसार जहां शुभ दिन पर एक स्त्री यदि गर्भधारण करे, तो आने वाली संतान भी मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ एवं गुणी होती है तो वहीं अशुभ दिनों पर अगर कोई गर्भधारण करने से सभी अशुभ ग्रहों का असर होने वाली संतान पर होता है और फिर पैदा होने के बाद ऐसी संतान एक के बाद एक परेशानियां खड़ी करती हैl

2.जी हाँ हिन्दू धर्म के अनुसार गर्भ उपनिषद में स्त्री-पुरुष के संबंध बनाने से लेकर किस प्रकार से मां के गर्भ में शिशु का जन्म होता है, कैसे वह समय के साथ विकसित होता है और गर्भ के भीतर 9 महीने तक वह क्या सोचता है, इसके बारे में बताया गया है

३.आज हम आपको ‘गर्भ संस्कार’ में दिए गए कुछ निर्देशों के बारे में बताएंगेl ये ऐसे निर्देश हैं जो बताते हैं कि पति-पत्नी को किस दिन शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिएl आपको बता दें कि महान ग्रंथ गर्भ उपनिषद में यहां तक बताया गया है कि किस प्रकार शारीरिक संबंध बनाने से एक किन्नर की उत्पत्ति होती हैl किन हालातों में मां के गर्भ से एक किन्नर का जन्म होता है, इस बात के रहस्य को गर्भ उपनिषद में उजागर किया गया हैl

4.मंगलवार का दिन संतान प्राप्ति के लिए माना गया है बेहद अशुभ

५.आज हम आपको बतायेगे कि यदि पति-पत्नी संतान प्राप्ति के लिए संभोग कर रहे हैं, तो उन्हें किन दिनों एक-दूसरे से दूर रहते हुए सेक्स करने से परहेज करना चाहिए, इसके बारे में गर्भ संस्कार में पूरी जानकारी विस्तार में प्रदान की गई हैl इतना ही नहीं गर्भ संस्कार के अनुसार जहां शुभ दिन पर एक स्त्री यदि गर्भधारण करे, तो आने वाली संतान भी मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ एवं गुणी होती है तो वहीं अशुभ दिनों पर अगर कोई गर्भधारण करने से सभी अशुभ ग्रहों का असर होने वाली संतान पर होता है और फिर पैदा होने के बाद ऐसी संतान एक के बाद एक परेशानियां खड़ी करती हैl

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