24 जुलाई दिन सोमवार का पञ्चांग: जानिए आज किन राशियों की किश्मत बनायेंगे भगवान भोलेनाथ

◆आज का पञ्चांग◆

।आप सबका मंगल हो 24 जुलाई दिन सोमवार।

24 जुलाई दिन सोमवार का पञ्चांग: जानिए आज किन राशियों की किश्मत बनायेंगे भगवान भोलेनाथ ऋतु-वर्षा
माह-श्रावण
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय:-05:20
सूर्यास्त:-06:40
राहू काल(अशुभसमय)प्रातः
07:30से 09:00बजे तक
तिथि:-प्रतिपदा
पक्ष:-शुक्ल
दिशाशूल-पूर्व

।।आज का राशिफल।।

(चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, कू, अ )
मेष
आज आपका पूर्व विचारित कार्य सफल होगा। निजी सम्बंध प्रगाढ़ होंगे। विरोधी सक्रिय हो सकते है। पारिवारिक स्थिति उत्तमोत्तम होगी।

सुझाव:- आप दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को भस्म अर्पित करें। लाभ होगा।
शुभरंग:- श्वेत

( व, वी, वू, वे, वो, ओ, उ, ए, इ )
वृषभ
आज आप स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।आर्थिक मामलों में सुधार होगा। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। जीवन साथी का सहयोग मिलेगा।

सुझाव:- आप चौदह मुखी रुद्राक्ष हमेसा धारण करें व पारदेश्वर को मिष्ठान्न भोग लगावें आपका मंगल होगा।
शुभरंग:-हल्का लाल

(क, की, कू, के, को, घ, हा, छ )
मिथुन
आज आप व्यवसाय में सफलता मिल सकती है। चल अचल सम्पति के लिए कर्ज लेने का प्रयास सफल होगा। दाम्पत्य जीवन सुखमय होगा।

सुझाव:- आप पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को दूर्वांकुर अर्पित करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- सुनहला

( ही,हू, हे, हो, डा , डी, डे, डो)

कर्क

आज आप को शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। सुदूर यात्रा का योग बन सकता है।व्यापार में मध्यम लाभ मिलने की संभावना है। नौकरी निसन्देह प्रयाश से प्राप्त हो सकती है।

सुझाव:- आप छ मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को उत्तम पारा का भोग लगावें उत्तम होगा।
शुभरंग:-धानी

( म, मी, मू, में, मो, टा, टि, टू, टे )
सिंह
आज आप को उपहार सम्मान का लाभ मिलेगा। कृषि सम्बन्धित कार्यों में सफलता मिलेगी। शिक्षा में आ रही बाधाएं दूर होंगी। पारिवारिक सामंजस्य परिवार को अग्रशर करेगा।

सुझाव:- आप नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को अपामार्ग अर्पित करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- श्वेत

(प, पी, पू, पे, पो, ष, म, टो, ठ )
कन्या
आज आप यात्रा से विशेष लाभान्वित हो सकते है। व्यवसाय के सुधरने से मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक दृष्टि कोण से दिन सामान्य रहेगा।सन्तान से यश मिलेगा।

सुझाव:-आप तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को कुशोदक से अभिषेक करें लाभ होगा।
शुभरंग:- फिरोजी

(रा, री, रु ,रे, रो, ता, ती ,तू, ते, तो )
तुला
आज आप को सुदूर यात्रा करनी पड़ सकती है। व्यापार से लाभ की संभावना बन रही है। व्यर्थ की चिंता से बचें। पारिवारिक अनुकूलता रहेगी।भाइयों से मन मुटाव हो सकता है।

सुझाव:- आप दो मुखी रुद्राक्ष धरण करें व पारदेश्वर पर विजया अर्पित करें लाभ होगा।
शुभरंग:-समुद्री हरा

(न, नी, नू, ने, नो, तो, या, यी, यू )
वृश्चिक
आज आपका दिन धर्म मय हो सकता है।पारिवारिक जीवन सुख मय रहेगा। अधिक परिश्रम से सफलता की प्राप्ति होगी लेकिन वो स्थाई रहेगी।

सुझाव:- आप पाँच मुखी रुद्राक्ष धारण करें व परदेश्वर को मिश्री युक्त जलसे अभिषेक करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- गुलाबी

( ये,यो, भ,भी, भू, ध, फ़, ढ, भे )
धनु
आज आप धार्मिक वृति से ओतप्रोत रहेंगे। यात्रा पूण्य वर्धक होगी मित्रों से सहयोग मिलेगा। व्यवसायिक सफलता में अड़चनें आ सकती है। विरोधी सक्रिय रहेंगे।

सुझाव:- आप सात मुखी रुद्राक्ष धरण करें व पारदेश्वर को घृत से अभिषे करें आपका मंगल होगा।
शुभरंग:- नीला

(भे, भो, जा, जी, जु, जे, ख, खी, खे, खो, ग ,गी)
मकर

आज आपका दिन मंगल मय रहेगा। परिवार में मांगलिक कार्य संपादित होगा।व्यक्ति विशेष से लाभ की संभावना बन रही है। यात्रा से स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी।

सुझाव:- आप बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को गन्ने के रस से अभिषेक करें उत्तम होगा।
शुभरंग:-पीला

( सा, सी, शू, से,सो, गा, गे, गो, दा )
कुंभ
आज आप को पुत्र द्वारा सम्मान मिलेगा व आर्थिक पक्ष सुदृढ़ होगा। व्यापारिक स्थितियां उत्तम रहेंगी। कार्य क्षेत्र में प्रगीत मिलेगी। बहुत दिनों से रुके कार्य आपके पक्ष में होंगे।

सुझाव:-आज आप नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को दुग्ध अर्पित करें आपका मंगल होगा।
शुभ रंग:- हरा

(दे, दो, दी, दू, चा, ची, थ,झ )
मीन
आज आप को आर्थिक लाभ व सामाजिक प्रतिष्ठा मिल सकती है। पड़ोसियों के सहयोग मिलेगा। अर्थ दशा में पूर्व के प्रति सुधार होगा। व्यवसायिक उलझनों के बाद भी आपका कार्य पूर्ण होगा।

सुझाव:- आप सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें व पारदेश्वर को विल्बपत्र अर्पित करे।
शुभरंग:-लाल

●आज के दिन का विशेष महत्व●

1 आज श्रावण माह शुक्लपक्ष प्रतिपदा तिथि है।
2 आज श्रावण सोमवार व्रत है।
3 आज उमामहेश्वर पूजन व सर्वाथसिद्धयोग है।

★प्रेरणा दाई चौपाई★

सिव पद कमल जिन्हहि रति नाहीं।
रामहि ते सपनेहुँ न सोहाहीं।।

अर्थ:- श्री याज्ञवल्क्य मुनि कहते है श्री भरद्वाज जी से कि हे मुनिवर जिनका हृदय भगवान शिव के भक्ति से युक्त नही है।वे लोग तो स्वप्न मे भी प्रभु श्री सीताराम जी को अच्छे नही लगते।

अस्तु”भगवान शिव की भक्ति अति अनिवार्य है।शिव का एक अर्थ कल्याण भी होता है।”
जगत कल्याण करना भी शिव भक्ति है।

◆इति शुभम ◆

।।आचार्य स्वामी विवेकानंद।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
।।श्री रामकथा, श्रीमद्भागवत कथा व्यास व ज्योतिर्विद।।
संपर्क सूत्र:-9044741252

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